सरकार के द्वारा खेती करने के लिए भी रुपए दिए जाते हैं सरकार के द्वारा इसके लिए वकायदा योजना चलाई गई है यह योजना सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना चाहती है ताकि ज्यादा से ज्यादा किस इसका फायदा उठा सके जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए क्लस्टर आधारित कार्यक्रम चलाए जाते हैं इसमें 20 हेक्टेयर के कलेक्टर में जैविक खेती करने के लिए किसानों को पैसा दिया जाता है यह पैसे किस हिसाब से किस प्राप्त कर सकते हैं और इसका कैसे लाभ मिलेगा इसके बारे में हम आपको बताएंगे इस योजना के तहत किस को ₹50000 की राशि दी जाएगी।
कृषि में उत्पादन बढ़ाने के लिए रसायनों का अंधाधुंध इस्तेमाल हो रहा है इसमें मिट्टी के उपजाऊ शक्ति भी कम होती जा रही है तथा जो लोग खाने के रूप में इस खेती के समान का उपयोग करते हैं उनके सेहत पर भी बड़ा हिसार पड़ रहा है कई रिसर्च से सामना आया है कि उर्वरक और कीटनाशक की कुछ मात्रा फल सब्जी अनाजों में रह जाती है इसके सेवन से कैंसर हार्ट लिवर रोग डायबिटीज इन्फेक्शन का खतरा बढ़ता है।
ऐसा नहीं है कि रासायनिक खेती के फायदे नहीं है लेकिन अब जैविक खेती को एक सुरक्षित और स्वस्थ विकल्प के तौर पर भी देखा जा रहा है इसमें सरकारी बाकायदा इस खेती को बढ़ावा देने के लिए पैसे भी देती है प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत किसानों को क्लस्टर बनाए जाते हैं इसमें 20 हेक्टर तक एक क्लस्टर होता है इसमें जैविक खेती करने वाले किसानों को कृषि इनपुट्स की खरीद और करने कृषि संसाधन उपलब्ध करवाए जाते है।
परंपरागत कृषि विकास योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता
परंपरागत कृषि विकास योजना का लाभ लेने के लिए किस का देश का मूल निवासी होना चाहिए इस योजना में केवल लाभ भारत के निवासियों को दिया जाएगा और आवेदन करने वाले किसान की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए इसके अलावा आवेदन करता परंपरागत कृषि यानी जैविक कृषि पर आधारित कृषि करता होना चाहिए
परंपरागत कृषि योजना का लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज
परंपरागत कृषि विकास योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज में आवेदन करता का आधार कार्ड मूल निवास प्रमाण पत्र आय प्रमाण पत्र आयु प्रमाण पत्र राशन कार्ड नंबर राशन कार्ड की फोटो प्रति मोबाइल नंबर पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ इसके अलावा जमीन से संबंधित जमाबंदी नकल, बैंक की पासबुक आदि होनी चाहिए।
इस योजना के लिए लाभ
परंपरागत कृषि विकास योजना के लिए अनेक लाभ है इसमें सबसे बड़ा लाभ तो है कि जो अनाथम ऊंचाई करेंगे उसे खाने वाले लोगों के हेल्थ को फायदा करेगा इस योजना के माध्यम से जैविक खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा और उसे वकायदा पैसे दिए जाएंगे परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत क्लस्टर निर्माण क्षमता निर्माण आदानों का निर्माण आदि योजना का लाभ दिया जाएगा यह योजना 2015-16 में रासायनिक मुक्त जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए की गई थी इस योजना के लिए ₹50000 की राशि 3 सालों के लिए दी जाएगी इसमें ₹31000 की राशि जैविक उर्वरकों कीटनाशकों बीजों आदि के लिए प्रदान की जाएगी इसके अलावा मूल्यवर्धन एवं वितरण के लिए 8800 रुपए प्रदान किए जाएंगे इसके अलावा कलेक्टर निर्माण एवं क्षमता निर्माण के लिए ₹3000 प्रति हेक्टर के हिसाब से दिए जाएंगे।
कृषि विकास योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया Check
परंपरागत कृषि विकास योजना का आवेदन करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://pgsindia-ncof.gov.in/ पर जाना होगा यहां पर होम पेज के ऊपर आपको अप्लाई नाव पर क्लिक करना है इसके पश्चात आपको आवेदन फार्म दिखाई देगा इसमें पूछी गई सभी जानकारी बनी है जैसे कि आपका मोबाइल नंबर ईमेल आईडी आपका नाम इसके पश्चात आपके सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज यहां पर अपलोड करने हैं इसके पश्चात नीचे दिए गए सबमिट बटन पर क्लिक करना है अब आपका आवेदन फॉर्म पूर्ण रूप से भरा जाएगा आपका आवेदन फार्म स्वीकार होने पर आपके मोबाइल पर इसकी सूचना दी जाएगी और आपके बैंक खाते में यह पैसे दिए जाएंगे।