राजस्थान छात्र संघ चुनाव को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है राजस्थान की प्रदेश राजनीति में कैंपस राजनीति हमेशा ही हावी रही है राजस्थान में इस बार छात्र संघ के चुनाव नहीं करवाए जाएंगे इसको लेकर देर रात नोटिफिकेशन में जारी कर दिया है राजस्थान सरकार के द्वारा नोटिफिकेशन जारी करके सूचना दी गई है कि इस बार छात्र संघ के चुनाव नहीं करवए जाएंगे छात्र संघ चुनाव नहीं होने से छात्र नेताओं में गहरा आक्रोश जाग गया है आपको बता दें कि छात्र संघ चुनाव में फिर से 13 साल बाद रोक लगाई गई है इससे पहले भी 13 साल पहले छात्र संघ के चुनाव पर रोक लगाई गई थी।
उच्च शिक्षण संस्थानों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 की क्रियान्विति की स्थिति, विश्वविद्यालयों की विभिन्न परीक्षाओं के परिणाम जारी करने, चालू सत्र के लिए प्रवेश की स्थिति, बजट घोषणाओं की क्रियान्विति तथा छात्रसंघ चुनाव एवं लिंगदोह समिति की सिफारिशों की पालना आदि विषयों पर विचार विमर्श करने हेतु दिनांक 12.8.2023 को उच्च शिक्षा विभाग के प्रशासनिक नियंत्रणाधीन राज्य वित्त पोषित विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण, राजस्थान राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद के पदाधिकारियों एवं उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में उपाध्यक्ष, राजस्थान राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद एवं विश्वविद्यालयों के बैठक में उपस्थित सभी कुलपतिगण द्वारा यह अभिमत व्यक्त किया गया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न घटकों को लागू करना एक चुनौतिपूर्ण कार्य है।
Rajasthan Student Union Election
इस दिशा में अभी व्यापक प्रयास किये जा रहे हैं। एकेडमिक बैक ऑफ क्रेडिट में छात्रों का पंजीकरण, सेमेस्टर व्यवस्था लागू करने, इंस्टीट्यूशनल डवलपमेंट प्लान, नैक द्वारा प्रत्यायन एवं शिक्षा की गुणवत्ता आदि कार्य प्रगति पर हैं। विश्वविद्यालयों की विभिन्न परीक्षाओं के परिणामों में देरी, नवीन महाविद्यालयों के खोले जाने, प्रवेश प्रक्रिया में विलम्ब के कारण न्यूनतम 180 दिवस अध्यापन कार्य करवाना चुनौतिपूर्ण है। मा० उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थिति की अनिवार्यता है ।
शिक्षा की गुणवत्ता हेतु उपरोक्त किये जा रहे कार्यों के दृष्टिगत कुलपतिगण द्वारा अभिमत व्यक्त किया गया कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2023-24 में छात्रसंघों के चुनाव नहीं करवाये जाने चाहिये ।
उपाध्यक्ष, राजस्थान राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद द्वारा अवगत कराया गया कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में 2004 2009 तक छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाये गये थे। वर्ष 2010 से छात्रसंघ चुनाव करवाये जा रहे हैं। कोविड की विषम परिस्स्थितियों के कारण 2020 एवं 2021 में छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाये गये ।
कुलपतिगणों द्वारा विद्यार्थियों के छात्रसंघ चुनावों में धनबल एवं भुजबल का खुलकर प्रयोग करने तथा लिंगदोह समिति की सिफारिशों का उल्लंघन होने की स्थिति स्पष्ट की गई। यदि छात्रसंघ चुनाव कराये जाते हैं तो शिक्षण कार्य अत्यधिक प्रभावित होने तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप सेमेस्टर सिस्टम लागू करने में अत्यधिक असुविधा रहेगी।
अतः राज्य वित्त पोषित विश्वविद्यालयों के बैठक में उपस्थित सभी कुलपतिगणों द्वारा व्यक्त किये गये मन्तव्यों को दृष्टिगत रखते हुए तथा व्यापक छात्रहितों में राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में सत्र 2023-24 में छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाने का निर्णय लिया गया है।
छात्र राजनीति मुख्य राजनीति की धारा रही है Check
राजस्थान की राजनीति में छात्र संघ चुनाव हमेशा से महत्वपूर्ण रहे हैं यहां से चाय सीपी जोशी हो या राजेंद्र राठौड़ या रघु शर्मा यह सभी लोग राजस्थान की राजनीति में छात्र संघ चुनाव से निकलकर यह आगे बढ़े हैं हाल की बात करें तो राजस्थान में दो ऐसे छात्र नेता हैं जिनकी विश्वास नेता और पापुलैरिटी काफी बड़ी है जिनमें दोनों महत्वपूर्ण है इनमें पहला नाम निर्मल चौधरी राजस्थान यूनिवर्सिटी और दूसरा नाम अरविंद सिंह भाटी जोधपुर विश्वविद्यालय का रहा है इसी प्रकार समय-समय पर अनेक नेता रहे हैं जिनका छात्र राजनीति में योगदान रहा है और आगे बढ़ कर आज प्रदेश की कमान संभाल रहे हैं।
राजस्थान में वर्तमान नेताओं की बात करें तो राजस्थान से हनुमान बेनीवाल राजस्थान यूनिवर्सिटी से अध्यक्ष रह चुके हैं वहीं राजेंद्र सिंह राठौड़ भी राजस्थान विश्वविद्यालय से अध्यक्ष रह चुके हैं प्रताप सिंह खाचरियावास रघु शर्मा, नवलगढ़ से विधायक राजकुमार शर्मा यह ऐसे लोग हैं जो कभी ना कभी छात्र राजनीति में रहे हैं और आगे जाकर अब प्रदेश की राजनीति संभाल रहे हैं।
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